30 नवम्बर 2025 – रांची में किंग का गुस्सा, क्लास और क्लाइमेक्स… सब कुछ एक साथ!
कुछ दिन ऐसे होते हैं जब क्रिकेट मैच नहीं होता, कोहली शो होता है।
30 नवम्बर 2025 वही दिन था — और रांची का मैदान उस दिन एकदम बोल रहा था:
"कोहली आया है… अब कहानी बदलेगी!"
💥 120 गेंदों पर 135 रन — लेकिन कहानी इससे कहीं बड़ी है!
कोहली बैट उठाते ही लगे जैसे पूरी पारी का स्क्रिप्ट दिमाग में पहले से लिखकर आये हैं।
शुरुआत में साइलेंट मोड…
बीच में एग्रेसिव मोड…
और आखिर में वो मोड जिसमें बॉलर सोचता है —
“हे भगवान, ये बैट नहीं हथौड़ा है क्या?”
✨ पारी का असली टेस्ट:
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11 चौके — हर एक ऐसा जैसे स्टेडियम से आवाज़ आए “उई माँ!”
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7 छक्के — गेंद आसमान में इतनी देर रुकी कि लग रहा था फोटोशूट करवा रही हो।
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स्ट्राइक रेट 112 — और वो भी बिना हड़बड़ी, बिना शोर, सिर्फ क्लास।
😍 "ये वाला कोहली मेरे बचपन वाला है!"
फैंस यही बोल रहे थे…
जब कोहली कवर ड्राइव मारते हैं, तो उसे शॉट नहीं,
कविता कहते हैं।
और जब छक्का मारते हैं,
तो वो कविता का क्लाइमेक्स बन जाता है।
इस पारी में दोनों चीज़ें थीं —
कविता भी… और क्लाइमेक्स भी। 😉
🔥 बीच ओवरों में जादू
वो जो 30 से 40वें ओवर में स्ट्राइक रोटेट करते हुए कोहली ने गैप खोजे,
वो हिस्सा देखकर लगता है क्रिकेट बायोलॉजी का नहीं,
मैथ्स का खेल है… और कोहली मैथ्स के टॉपर।
🏆 पारी के 3 “ओह माय गॉड” मोमेंट
1️⃣ वो छक्का जो कैमरे से बाहर चला गया
ऐसा लगा ड्रोन कैमरा भी बोल रहा हो — “भाई थोड़ा रुक जाओ, मैं भी पकड़ लूँ!”
2️⃣ कोहली का 100 पूरा होते ही पूरे स्टेडियम का भूकंप मोड
फैंस का शोर… ऐसा लगा साउंड सिस्टम फट गया।
3️⃣ 135 के बाद जो स्माइल दी…
वही स्माइल —
जो एक ही बात कहती है:
“मैं वापस आ गया हूँ।”
❤️ दिल क्यों खुश हुआ?
क्योंकि ये पारी सिर्फ रन नहीं थी…
ये वो पारी थी जिसमें दिखाई दिया कि
फॉर्म आता-जाता रहता है, लेकिन क्लास?
…वो कभी नहीं जाती।
यह पारी क्रिकेट नहीं,
नोस्टैल्जिया + पावर + किंग-लेवल एटिट्यूड का कॉम्बो पैक थी।

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